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Healthy Relationship tips : मजबूत रिश्ते बनाने के टिप्स
मज़बूत रिश्ता : ज़िन्दगी जीने की नीव
कहा जाता है कि रिश्तो के धागे बहुत कच्चे होते है , एक बार टूट जाए तो उसमे घांट पढ़ जाती है | शायद इसीलिए रिश्ते बनाने से ज्यादा निभाने कठिन होते है |
ज़िन्दगी जीने की नीव एक मजबूत रिश्ता होता है | हमारे जीवन में आया हुआ प्रत्येक रिश्ता हमारी ज़िन्दगी की बुनियाद होता है , जो हमारे जीवन के हर क्षेत्र में अहम रोल अदा करते है | जहाँ एक रिश्ता तनाव रहित ज़िन्दगी जीने का सलीका सिखाता है , वही दूसरी और प्रत्येक रिश्ते में छोटी मोटी खट्टास आती रहती है , जिससे रिश्ता और भी मज़बूत बन जाता है |
लेकिन कई बार रिश्तो में छोटी छोटी बातों को लेकर बहस हो जाती है , जिससे रिश्तो में दूरियां आ जाती है | हमारे रिश्तो की बुनियाद कमज़ोर होने लगती है | कभी कभी तो एक छोटी सी गलत फ़हमी के कारण रिश्ते टूट भी जाते है | रिश्तो को बनाने से ज्यादा मुश्किल उनको सम्भालना होता है |
मज़बूत रिश्ते की पहचान :
हमारी ज़िन्दगी में प्रत्येक रिश्ते की अलग महत्ता होती है | बहुत सारे रिश्ते ऐसे होते है , जो बहुत देर तक भी आपकी ज़िन्दगी में रह कर गहरा रिश्ता कायम नहीं कर पाते और कुछ रिश्ते ऐसे होते है , जिनके साथ कुछ समय में ही ज़िन्दगी भर का अटूट रिश्ता बन जाता है |
रिश्तो में नोक झोक होना संभाविक है |यदि वही नोक झोक गलत फ़हमी का शिकार हो जाए तो मज़बूत से मज़बूत रिश्ता भी टूटने में देर नहीं लगाता है और वही नोक झोक को यदि उसी समय समाप्त करके एक दूसरे की भावनाओं को समझ लिया जाए तो रिश्ते की मज़बूत पकड़ बरकरार रहती है |
मुश्किल समय में भी अपने रिश्ते को सजीव रखना , एक दुसरे का हर परिस्थिति में बिना किसी एहसान माने साथ देना यही एक मज़बूत रिश्ते की पहचान होती है |
कैसे बनाये एक मज़बूत रिश्ता
जैसा कि पहले भी कह चुके है कि रिश्ते बनाने तो बहुत सरल है , लेकिन उन्हें जीवन भर निभाना बहुत कठिन है | ऐसे में आज के समय में बच्चो से लेकर बडो तक किसी में धैर्य भावना नहीं है , इसीलिए अपने रिश्तो को बचा कर रखना एक चुनौती सी बन गया है | अपने रिश्ते की पहचान को कायम रख कर ज़िन्दगी भर बनाये रखना किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के सामान है तो आईये जानते है अपने रिश्ते को मज़बूत रखने के कुछ टिप्स :
रिश्ते को मज़बूत रखने के टिप्स
एक दूसरे के साथ समय बिताये
सम्भवत : आधुनिक समय में हर कोई अपने जीवन में इतना व्यस्त है कि उसके पास अपने परिवार के लिए तो दूर की बात है , अपने लिए भी समय नहीं है | ऐसे में यह और भी जरुरी हो जाता है कि अपने हमसफर , अपने दोस्त , अपने परिवार जैसे अहम रिश्तो को संजोय रखने के लिए समय निकाले और एक दूसरे के साथ व्यतीत करे , जिससे वह हमारे और हम उनके स्क्भाव को समझ पायेगे |
एक दूसरे के साथ एक अच्छी कम्युनिकेशन रखना
एक मज़बूत रिश्ते में एक अच्छी कम्युनिकेशन का होना बहुत आवश्यक है | अपने रिश्ते में एक गलत फ़हमी को पनपने की बजाय यह ही बेहतर है कि अपने दिल की बात अपनों को बता कर गलत फ़हमी होने से बच जाए और अपने रिश्ते पर मज़बूत पकड़ बनाये रखे |
अपने रिश्ते प्रति रहे वफादार
अपने प्रत्येक रिश्ते के प्रति वफादार रहे | ज़िन्दगी में हर रिश्ता अहम भूमिका निभाता है , प्रत्येक रिश्ते की अहम कड़ी उस रिश्ते के प्रति वफादारी होती है और केवल वही रिश्ता अपनी बुनियाद की नीव को पक्का कर सकता है , जिसमे रिश्ते में दोनों तरफ से वफादारी हो |
अपने रिश्ते पर रखे विशवास
विशवास का धागा जितना कच्चा होता है , उतना ही महत्वपूर्ण होता है | यदि यह कहा जाये कि एक सम्पूर्ण रिश्ता ही एक विशवास की डोरी पर टिका होता है , तो शायद गलत नहीं होगा | रिश्ता चाहे भाई बहन का हो , पति पत्नी का एक दोस्त का या माता -पिता या बच्चो का प्रत्येक रिश्ते में विशवास की गहराई चाहिए होती है , जो ज़िन्दगी के किसी भी उतार चदाव में डगमगाए नहीं |
बुरे वक़्त में एक दूसरे का साथ देना
कहते है एक सच्चे रिश्ते की पहचान अपने बुरे वक़्त में होती है , कि कौन आपका मुसीबत की घड़ी में साथ दे सकता है ? और बुरे वक़्त में ही सबसे ज्यादा अपनों की ज़रूरत होती है , जिससे हम अपने दिल की बात , अपने हालात अपनों को बता सके , इसीलिए ज़िन्दगी के किसी भी पड़ाव में आकर हमे अपनों का साथ नहीं छोड़ना चाहिए |
एक दूसरे की भावनाओ की कदर करना
प्रत्येक व्यक्ति के पास अपना अलग दिमाग होता है और हर दिमाग अपनी सोच सोचता है तो ऐसे में हमे किसी की सोच को गलत न कहते हुए उसे समझने का प्रयत्न करना चाहिए | दूसरो की भावनाओं की कदर करते हुए हमे किसी की भावनाओ को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए |
कभी कभी स्थिति के अनुसार समझोता करना
ज़िन्दगी में सभी परिस्थिति एक जैसी नहीं रहती , कहीं न कहीं पर आकर हमे अपनी इच्छायो को मार कर समझोता यदि करना पड़ जाए तो चुके नहीं , बल्कि अपने रिश्ते को मजबूत रखने के लिए कभी कभी किसी स्थिति में समझोता कर लेना चाहिए |
अपने रिश्ते को हमेशा सजीव रखे
जितना हम अपने रिश्ते को सजीव रखने का प्रयत्न करेगे , उतना ही रिश्ते को मज़बूत रखने के लिए बेहतर होगा | कभी कभी किसी अवसर के बिना भी एक दूसरे के लिए कुछ ख़ास करे , अपने हमसफर के लिए फूल , चॉकलेट्स जो उनको अच्छा लगता है , वो घर ले कर जाए , कभी कभी बिना अवसर के माँ पापा को गिफ्ट्स लाकर दे , उनको अच्छा लगने के साथ साथ आपको भी बहुत अच्छा लगेगा |
एक दूसरे की प्रतिभा का करे आदर
यह ज़रूरी नहीं कि जिस काम में हमे रूचि है ,वह दूसरो की भी रूचि बन जाए | ऐसे में हमे एक दूसरे की प्रतिभा का आदर करके उनका साथ देना चाहिए | इससे रिश्तो में वास्तव में बहुत गहराई आ जाती है |
अच्छे श्रोता बने
एक रिश्ते की डोर तभी पक्की रह सकती है , जब हम अच्छे श्रोता है |जब हम किसी की बात धैर्य से सुनते है तो उसे अच्छा लगता है कि उस के दुःख सुख सुनने वाला भी कोई है | इसका मतलब यह नहीं कि हमे केवल सुनना ही चाहिए , उस बात को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी जाहिर करनी चाहिए , ताकि सुनने वाले को यह न लगे कि उसकी बात की और ध्यान नहीं दिया जा रहा |
दिल की बात दिल में न रहने दे
कभी भी कोई भी बात दिल में न रहने दे , ऐसा न हो अनकही बातें अनसुनी रह जाए | अपने पार्टनर से यह उम्मीद न रखे कि वह आपके हाव भाव देख कर आपके दिल की बात जान जायेगे | अपने दिल की बात जुबां पर लाये और अपने मन में उठने वाले सवालों का सही जवाब पाए |
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