Table of Contents
Short Poem on Zindagi in Hindi

कहते है ज़िन्दगी है एक पहेली
जिसे कभी न कोई सुलझा पाया
कोशिश की जिसने भी इसे सुलझाने की
जीत लेकिन न कोई पाया
कभी तो खुशियाँ देकर पल भर में बना लेती अपना
लेकिन दूसरे ही पल खुशियाँ छीन कर बना देती बेगाना
कभी कभी तो जीने का मज़ा दे देती
और कभी ज़िन्दगी गवाने को उतारू हो जाते
कभी कभी तो तनहा दिल भी
ख़ुशी का एहसास दे जाए
और कभी भरी भीड़ में भी
तन्हाईयो का एहसास करवा जाए
वाह रे! ज़िन्दगी अद्भुत है खेल तेरा
कभी बेगानों में अपनों का एहसास दिलाये
और कभी अपने ही बेगाने बन जाए
लेकिन रोते रोते हसना सीखा जाये
और हस्ते हस्ते रोना सीख जाए |
ज़िन्दगी से प्यार सभी को होता है
खोना कोई न इसे चाहता है
पर शिकायते ज़िन्दगी से
न जाने सभी को क्यों होती है |
अन्य पढ़े : बचपन कविता
